Hindu

शेर और चार बैल की कहानी

शेर और चार बैल की कहानी

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

एक समय की बात है। एक शेर ने चार बैलों को घास खाते हुए देखा। शेर ने एक बैल पर हमला कर दिया। सभी बैल एक जुट हो गए और उन्होंने शेर को खदेड़ दिया। एक बैल ने कहा, “अगर हम साथ-साथ रहे तो शेर को भी हरा सकते हैं। शेर और चार बैल की कहानी

सभी बैल खुशी से घास चरने लगे। अगले दिन शेर ने फिर एक बैल पर हमला किया परंतु इस बार भी बैलों ने मिलकर उसे हटा दिया। शेर समझ गया कि जबतक बैलों में एकता है, वो उन्हें हरा नहीं सकता। उसने उन्हें हराने की एक योजना बनाई। वो एक बैल के पास गया और उसके बल और शक्ति की प्रशंसा करते हुए कहा, “बैल, तुम कितने ताकतवर और बहादुर हो । परंतु तुम्हारे दोस्त तुम्हें कमजोर समझते हैं। ” शेर और चार बैल की कहानी

बैल को अपने दोस्तों पर बहुत गुस्सा आया और उसने उनसे दोस्ती तोड़ने का फैसला किया।

शेर ने दूसरे बैलों के पास जाकर वही बात कही। अगले दिन शेर दूर से छिपकर उन बैलों को देखने लगा। उसने देखा कि वे सभी आपस में लड़ रहे हैं। झगड़े के बाद चारों बैल अलग-अलग दिशा में चले गए।

अपनी योजना को सफल होता देख शेर खुश हो गया। वो सोचने लगा, “आज तो मुझे बढ़िया खाना खाने का मौका मिला है। ” शेर और चार बैल की कहानी

उसने पहले बैल पर हमला कर दिया। कोई और बैल उसकी मदद के लिए नहीं आया और शेर उसे मारकर खा गया। शेर इसी तरह एक-एक करके बैलों पर हमला करता रहा। किसी भी बैल में इतनी शक्ति नहीं थी कि वो अकेले शेर का सामना कर सके। शेर ने चारों बैलों को मार दिया। शेर और चार बैल की कहानी

नैतिक शिक्षा :-

एकता में बल होता है।

प्रिय मित्रों मुझे उम्मीद है कि यह पंचतन्त्र की कहानी आपको पसंद आई होगी अगर यह कहानी आपको पसंद आई है तो कृपया लाइक करें कमेंट करें एवं अपने प्रिय मित्रों में शेयर जरूर करें साथ ही साथ आप अगर पंचतंत्र की और भी कोई कहानियां पढ़ने की इच्छुक है तो कृपया नीचे दिए गए समरी पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं। धन्यवाद!🙏🏻

पंचतन्त्र की कहानियाँ

1. पंचतन्त्र की रचना कैसे हुई 2. नटखट बंदर 3. सियार और ढोल 4. मूर्ख साधु 5. भेड़िया और दो भेड़ 6. कौवे और सांप 7. चालाक खरगोश। 8. नीला सियार 9. भोला ऊंट 10. शेर और बढ़ई 11. चूहा और साधु 12. लालची सियार 13. मूर्ख बंदर 14. शिक्षा का महत्त्व 15. मूर्ख दोस्त•• 16. दो सिर वाली चिड़िया • • 17. सौदा • • 18. दुर्भाग्यशाली बुनकर 19. बैल और लालची सियार • • 20. कबूतर और बहेलिया • • 21. शेर और बैल • 22. बगुला और केकड़ा•• 23. लापरवाह कछुआ. 24. तीन मछलियां.. 25. लोमड़ी और बूढ़ा शेर•• 26. ईर्ष्यालु गधा • • 27. भेड़िया और कुत्ता•• 28. जूं और खटमल • 29. गौरैया और हाथी की लड़ाई • • 30. धूर्त सियार • • 31. शाही नौकर और व्यापारी • • 32. चूहा और तराजू•• 33. भेड़िया और सारस 34. सारस और लोमड़ी • • 35. कछुआ और खरगोश•• 36. चींटी और कबूतर • • 37. अकृतज्ञ मनुष्य.. 38. हंस और उल्लू • • 39. समझदार हंस•• 40. शेर और भेड़ • • 41. धर्मबुद्धि और पापबुद्धि.. 42. चिडिया और बंदर•• 43. इन्द्रदेव का तोता •• 44. मूर्ख सारस •• 45. चोर का बलिदान •• 46. चार दोस्त और शिकारी • • 47. समुद्र और पक्षी के अंडे • 48. चरवाहा और भेड़िया 49. दो यात्री और भालू • • 50. शेर का हिस्सा •• ●● 51. लालच बुरी बला • 52. खट्टे अंगूर•• 53. संगीतकार गधा 54. राक्षस और ब्राह्मण •• 55. ऊंट की घंटी•• 56. बाघ और यात्री •• 57. सियार ने हाथी को कैसे खाया • 58. मूर्ख गधा और शेर • • 59. बकरी और लोमड़ी•• 60. बत्तख और सोने के अंडे • • 61. ब्राह्मण और नाग • 62. अहंकारी हंस •• 63. त्याग .. 64. बूढ़ा आदमी और उसकी पत्नी 65. चुहिया की शादी•• 66. ब्राह्मण, चोर और राक्षस • • 67. ब्राह्मण का सपना•• 68. •• राजा और कुम्हार 69  नन्हा सियार• 70. चोर और बहरूपी राक्षस•• 71. पक्षियों का राजा•• 72. हाथी और खरगोश•• 73. धूर्त बिल्ला•• 74. नाग और चींटी•• 75. चूहा और हाथी • • 76. पंडित की बकरी•• 77. सोने की बीट देने वाला पक्षी • • 78. बोलने वाली गुफा •• 79. मूर्ख मेंढक•• 80. दो सांप•• 81. कौवों और उल्लुओं का युद्ध • • 82. बंदर और मगरमच्छ•• 83. शेर की खाल • 84. कुत्ते की शहर यात्रा •• 85. वफादार नेवला.. 86. मूर्ख नाई•• 87. शेर और चार बैल • • 88. अंधा गिद्ध और बिल्ली • • 89. बैल और बकरी•• 90. लालची कुत्ता•• 91. मूर्ख मेंढक और सांप • • 92. चार ब्राह्मण●● 93.राजा के बंदर • • 94. सियार और हाथी.. 95. कुत्ता और गधा •• 96. शेर बिल्ली और चूहा • • 97. बंदर और घंटी.. 98. लोमड़ी और कौवा • • 9 9. बंदर और बिल्लियां.. 100. प्यासा कौआ • • 101. शेर और चूहा • •

bhaktigyans

My name is Sonu Patel i am from india i like write on spritual topic

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page