राम थांने नहीं भुलु दिन lyrics || राम थांने नहीं भुलु दिन राती
राम थांने नहीं भुलु दिन lyrics
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(कबीर साहेब जी की वाणी )
राम थांने नहीं भुलु दिन राती जन्म-जन्म वाला साथी ओ॥टेर॥
(1) मूल महल में बसे गणेशा, सन्तो रो शील संतोषी।
रंग महल में रंग भर रेहता, प्रितम रे संग साथी॥
(2) आज म्हारे मायलो मगन है, जैसे मकनो हाथी।
मैं अभ्यागत आप प्रकासो, पीली-पीली आँखियाँ भईराती॥
राम थांने नहीं भुलु दिन lyrics
(3) जल की मछलियाँ जल में रहती, हंसो रे संग साथी।
जल बिना ज्यारो प्राण पड़त है, जल बिना वे नहीं रहती॥
(4) आज म्हारो मायलो कलमी पड़त हैं, पड़-पड़ लावे साथी ।
कहे कबीर सुणो भाई साधु, मन भयो अविनाशी॥
राम थांने नहीं भुलु दिन lyrics
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(1) पेला पेला देवरे गजानंद सिमरो
(2) मैं थाने सिमरु गजानंद देवा
(5) मनावो साधो गवरी रो पुत्र गणेश
(8) अब मेरी सुरता भजन में लागी
(11) मत कर भोली आत्मा
(14) गिगन में जाए खड़ी प्रश्न उत्तर वाणी
(20) गुरुजी बिना सुता ने कूण जगावे
(21) केसर रल गई गारा में
(22) पार ब्रह्म का पार नहीं पाया
(23) आयो आयो लाभ जन्म शुभ पायो
(24) इण विध हालो गुरुमुखी
(25) आज रे आनंद मारे सतगुरु आया पावणा
(27) गुरु समान दाता जग में है नहीं
(28) बलिहारी गुरुदेव आपने बलिहारी
(29) गुरु बिन घोर अंधेरा
(30) भोली सी दुनिया सतगरु बिन कैसे सरिया
(31) मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरो ना कोई