मनावो साधो गवरी रो पुत्र गणेश भजन lyrics
भजन
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
मनावो साधो गवरी रो पुत्र गणेश भजन lyrics
मनावो साधो गवरी रो पुत्र गणेश मनावो साधो अमिया लाल गुणेश।।टेर।।
(1).सोहम शब्द सहि कर मानो ध्यान धरो जी हमेश।
(2).मुल कमल में बसत गुणेशा पहर पिताम्बर वेश।।
(3) माता जिनकी पार्वती है पितावर कहिजे महेश।।
(4).गणपत ध्यावे सौ फल पावे जाय पुगो उण देश।।
(5).कहत मंगल गिरी सुनलो साधु भजन करो वालो बेश।।
यूट्यूब पर सुनने के लिए 👇
पॉचों ने पूजिया परमार्थ होवे
यह मनावो साधो गवरी रो पुत्र गणेश भजन lyrics भजन मंगल गिरी जी महाराज द्वारा रचित बेकरी वाणी पर आधारित है इस संसार में कोई भी शुभ कार्य चाहे वह लौकिक हो या पारलौकिक हो करने से पूर्व गजानंद जी की प्रथम वंदना की जाती है तो इस भजन में गजानंद जी महाराज की वंदना की गई है मित्रों यह गजानंद जी महाराज का भजन अगर आपको पसंद आया है तो कृपया लाइक करें इस भजन के उपलक्ष में कुछ भी सुझाव हो तो आप कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें उस पर विचार किया जाएगा तथा साथ ही साथ अपने प्रिय मित्रों में इसे शेयर भी जरूर करें मित्रों अगर आप कथा कहानियां छंद दोहे सवैया चौपाईया आदि पढ़ने की इच्छुक हैं तो कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप अपने इच्छा अनुसार पढ़ सकते हैं इस साइट पर विजिट करने के लिए आपका धन्यवाद। मनावो साधो गवरी रो पुत्र गणेश भजन lyrics
कवि गंग के दोहे गिरधर कविराय की कुंडलियां रसखान के सवैया उलट वाणी छंद गोकुल गांव को पेन्डो ही न्यारौ ब्रह्मा विष्णु महेश की उत्पत्ति कैसे हुई राजा निर्मोही की कथा गज और ग्राह की कथा चौबीस सिद्धिया वर्णन सच्चे संत के क्या लक्षण है? धर्म क्या है? शराब छुड़ाने का रामबाण उपाय बलात्कार रोकने के कुछ उपाय आत्मबोध जीव ईश्वर निरूपण शंकराचार्य जी का जीवन परिचय सती अनुसूया की कथा अत्रि ऋषि की कथा भक्त प्रहलाद की कथा यमराज की कथा सनकादि ऋषियों की कथा देवर्षि नारद की कथा वशिष्ठ ऋषि की कथा भृगु ऋषि की कथा महर्षि ऋभु की कथा गोस्वामी समाज का इतिहास कपिल मुनि की कथाा कश्यप ऋषि की कथा आत्महत्या दुखों का निवारण नहीं आध्यात्मिक ज्ञान प्रश्नोत्तरी