घायल वे ज्यांरी ऐ बातां भजन lyrics
घायल वे ज्यांरी ऐ बातां भजन lyrics
(सन्त रविदास की वाणी)
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घायल वे ज्यांरी ऐ बाता, मरजीवा वे ज्यांरी ऐ बांता ।
लगरीया बाण म्हारे सैन गुरो रा ॥ टेर ॥
परणीयोड़ी नार पिया री गम जाने, कुंवारी कांई जाने ऐ बांता ।
बिनाभेद वा फिरे भटकती, युं खावे लकणा री लातां ॥ 1 ॥
परणीयोड़ी नार होवे बुदवन्ती, वा जाने पिवजी री बांता ।
सतगुरू सैन समझकर लीची, भूल गई कुबदा री बांता ॥ 2 ॥
धर असमान सभी ड़िग जावे, डिग जावे सायर साता।
मैं म्हारा गुरो से कबहु ना बिछडु, नाम धरू निर्भय दासा ॥ 3 ॥
प्रेम पोल में सतगुरू बैठा वहां लग रही मिलवा री ख्याता ।
गुरू प्रताप मिल्या रविदासा, तार में तार मिलायी दाता ॥ 4 ॥