गुरुदेव कहे सुण चेला lyrics
गुरु महिमा भजन
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मैं थाने सिमरू गजानन देवा भजन लिरिक्स
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पूजो पांचो ही देवा भजन लिरिक्स
मनावो साधो गवरी रो लाल भजन लिरिक्स
गुरु बिन घोर अंधेरा भजन लिरिक्स
संतो मैं बाबा बहुरंगी भजन लिरिक्स
संतो सुनो विड़द भक्ति रा भजन लिरिक्स
संतो भाई अविगत लिखियो ना जाई भजन लिरिक्स
अब हम गुरु गम आतम चीन्हा भजन लिरिक्स
काया ने सिणगार कोयलिया भजन लिरिक्स
जिस मालिक ने सृष्टि रचाई भजन लिरिक्स
अब मेरी सुरता भजन में लागी भजन लिरिक्स
सरलार्थ:-
मित्रों यह राजूराम जी महाराज का गुरुदेव कहे सुण चेला lyrics भजन आप लोगों को पसंद आया होगा मित्रों यह भजन जितना सुनने में अच्छा लगता है इसका सरलार्थ भी बड़ा ही सुंदर है राजूराम जी महाराज इस भजन के माध्यम से अपने समाज को एवं शिष्य को उपदेश करते हुए यह बताना चाहते हैं की आपका मनुष्य जीवन कैसे सफल होगा इस विषय पर राजूराम जी महाराज इस भजन के माध्यम से हमें समझा रहे हैं उन्होंने कहा है कि अगर मनुष्य जीवन प्राप्त हुआ है यह आपका बड़ा ही सौभाग्य है इसलिए इस मनुष्य जीवन का मूल उद्देश्य परमात्मा की भक्ति करना है एवं मनुष्य जीवन को सफल करना है इसलिए आपको हमेशा सतसंगत अच्छे संग में रहना चाहिए सत्संग में जाना चाहिए और परमात्मा जो कि एक अटल सत्य है जीवन में परमात्मा के सिवाय अपना कोई नहीं है यह रिश्ते नाते यह एक सीमित अवधि के लिए होते हैं लेकिन हमारा परमात्मा के साथ रिश्ता अटल अविनाशी है इसलिए राजूराम जी महाराज के रहे हैं कि अपने जीवन को सफल करना चाहते हो तो सत्संग में जरूर जाना चाहिए परमात्मा की भक्ति में मन लगाना चाहिए और इस मन पर काबू पाना चाहिए क्योंकि मन बड़ा ही चंचल है यह व्यक्ति को हमेशा कुमार्ग की और ही ले जाता है इसलिए इसको कुमार्ग से रोक करके इसे सुमार्ग में लगाना चाहिए इसका यही एकमात्र उपाय है गीता में भगवान ने कहा है कि मन को कोई मार नहीं सकता यह भी अटल है इसलिए राजूराम जी महाराज कहते हैं की भक्ति किसकी करनी है तो राजूराम जी महाराज ने कहा है कि आद पुरुष जो सनातन परमात्मा है आदि पुरुष परमात्मा है वह कौन है उसकी खोज करो और उसका भजन करो और उस आदि पुरुष पूर्ण परमात्मा को जानने वाले संतों को उन को दंडवत प्रणाम करके छल कपट त्याग करके उनके आगे प्रश्न करने से वे तत्वेत्ता पूर्ण संत हमें उस आदि पुरुष परमेश्वर के बारे में बताएंगे राजूराम जी महाराज बता रहे है तभी हमारे जन्म जन्मों के किए हुए पाप कर्म धुल पाएंगे वह समर्थ परमात्मा ही हमें पाप मुक्त कर सकता है कर्म बंधन काट सकता है इस तरह तेरा जन्म सफल होगा राजूराम जी महाराज हमें समझाते हुए कहते हैं की जो परधन है उसको मिट्टी के ढेले के समान समझना चाहिए और जो पराई स्त्री है उसको माता के समान समझना चाहिए जब तू इस भावना से भावित हो जाएगा इस प्रकार की रहनी रहेगा तो तेरा जन्म सफल जरूर होगा आगे राजूराम जी महाराज बता रहे हैं की निंदा करना किसी की बुराई करना यह पाप है इसे नहीं करना चाहिए और जो गलत रास्ते पर जा रहे हैं और हमें लग रहा है कि उनका रास्ता गलत है तो हमें उसे प्रेम से भाई समझ के समझाना चाहिए कि हमें इस रास्ते पर नहीं जाना है यह रास्ता गलत है हमारे संतो ने शास्त्रों ने जो रास्ता गलत बताया है हमें उस रास्ते पर नहीं जाना है उसे समझाना चाहिए तभी राजूराम जी महाराज कह रहे हैं कि आप हमेशा भजन में लगे रहो वही असली धन है हमारे आगे और साथ चलेगा। गुरुदेव कहे सुण चेला lyrics
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