गुरांसा रा शरणों में मैं जावो lyrics
गुरांसा रा शरणों में मैं जावो lyrics
( श्री सन्त कबीर जी की वाणी )
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गुरांसा रा शरणों में मैं जावो, अर्न्तयामी जी रा शरणों में मैं जावो ।
मैं तो रामजी रा तन धन पावाजी रे लोय ॥ ढेर ॥
अड़सठ तीर्थं मारे गुराजी रे शरणे ।
मैं तो घरे बैठा गंगा न्हावा जी रे लोय ॥ 1 ॥
गुरांसा रा शरणों में मैं जावो lyrics
नेम धर्म री मैं जहाज बणासो ।
मैं तो भवसागर तर जावांजी रे लोय ॥ 2 ॥
तन मन धन सब अर्पण करसो ।
मैं तो शीश रो नारेल चढ़ावांजी रे लोय ॥ 3 ॥
गुरांसा रा शरणों में मैं जावो lyrics
कहत कबीर साहब सुणो भाई साधु ।
मैं तो शरण पड़त फल पावांजी रे लोय ॥ 4 ॥
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