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अकृतज्ञ मनुष्य की कहानी

अकृतज्ञ मनुष्य की कहानी

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एक बार एक पंडित जंगल से गुजर रहा था। रास्ते में उसने एक कुंआ देखा। जब उसने कुंए में झांका तो देखा कि एक सांप, बंदर, शेर और एक मनुष्य उसमें फंसे हुए हैं। शेर बोला, “इस कुंए से निकलने में मेरी मदद करो पंडित जी ! ” पंडित ने जवाब दिया, “शेर मनुष्यों का शिकार करते हैं। मैं कैसे तुम्हारी मदद करूं ? ” शेर फिर बोला, “आपने ठीक कहा। मैं जानवरों और मनुष्यों का शिकार करता हुं परंतु मैं अकृतज्ञ नहीं हूं। अकृतज्ञ मनुष्य की कहानी

‘पंडित ने शेर को बाहर निकाल लिया। फिर उसने बंदर को भी बाहर निकाल दिया। सांप गिड़गिड़ाते हुए पंडित से बोला, “हम सांप सिर्फ उनको डंसते हैं जो हमें नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं। मैं वादा करता हूं कि आपको और आपके परिवार को कभी भी नुकसान नहीं पहुंचाऊंगा। “पंडित ने उसे भी बाहर निकाल दिया। सभी जानवरों ने पंडित को सलाह दी, “इस मनुष्य को बाहर मत निकालना। ये अकृतज्ञ व्यक्ति है। अकृतज्ञ मनुष्य की कहानी

“शेर और बंदर ने पंडित से बाद में आकर मिलने को कहा और चले गए। सांप ने जाते हुए कहा, “अगर तुम्हें कभी भी मेरी जरूरत हो तो मुझे बस याद कर लेना। मैं आ जाऊंगा।” सबके जाने के बाद पंडित ने तरस खाकर उस व्यक्ति को भी कुंए से निकाल दिया। जाते-जाते उस व्यक्ति ने कहा, “मैं एक सुनार हुं। अगर कभी भी आपको मेरी जरूरत हो तो आप मेरे पास आ सकते हैं। अकृतज्ञ मनुष्य की कहानी

“कुछ दिनों बाद पंडित बंदर से मिलने गया। उसने स्वादिष्ट फल देकर पंडित का स्वागत किया। फिर पंडित शेर के पास गया। शेर ने उसे एक बहुत मंहगा हार दिया और बोला, “एक बार मैंने एक राजकुमार को मारा था। उसने ये हार पहना हुआ था। तुम ये रख लो। “उसके बाद पंडित सुनार के पास गया और उसे शेर के बारे में बताया। फिर उसने उसे हार दिखाया। सुनार फौरन पहचान गया कि ये हार उसी ने राजकुमार के लिए बनाया था। वो राजा के पास गया और उसने राजा से कहा, “पंडित ने राजकुमार को मारकर उसका हार चुरा लिया है। अकृतज्ञ मनुष्य की कहानी

ये सुनते ही राजा ने सिपाहियों से पंडित को पकड़कर लाने को कहा। अगली सुबह राजा ने पंडित को फांसी पर चढ़ाने का हुक्म दिया। सिपाही उसे पकड़कर ले आए और कोठरी में डाल दिया। पंडित ने मदद के लिए सांप को याद किया। सांप ने आकर कहा, “मैं जाकर रानी को डंस लुंगा और वो सिर्फ तुम्हारे छुने भर से ठीक हो जाएगी।

“सांप वहां से चला गया और उसने रानी को काट लिया। शाही वैद्य भी उसे ठीक नहीं कर पाया। राजा ये सुनकर हैरान रह गया कि पंडित रानी को ठीक कर सकता है। राजा ने पंडित को आज़ाद कर दिया और पंडित के स्पर्श से रानी ठीक हो गयी। राजा पंडित का आभारी हो गया। राजा ने पंडित से हार के बारे में बताने को कहा। पंडित ने सबकुछ सच-सच बता दिया। राजा को उसपर यकिन हो गया। उसने उसे और उसके परिवार को ईनाम दिया। पंडित को धोखा देने और झूठ बोलने के लिए राजा ने सुनार की जेल में डलवा दिया। अकृतज्ञ मनुष्य की कहानी

नैतिक शिक्षा :-

कभी किसी का विश्वास मत तोड़ो। 

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पंचतन्त्र की कहानियाँ

1. पंचतन्त्र की रचना कैसे हुई 2. नटखट बंदर 3. सियार और ढोल 4. मूर्ख साधु 5. भेड़िया और दो भेड़ 6. कौवे और सांप 7. चालाक खरगोश। 8. नीला सियार 9. भोला ऊंट 10. शेर और बढ़ई 11. चूहा और साधु 12. लालची सियार 13. मूर्ख बंदर 14. शिक्षा का महत्त्व 15. मूर्ख दोस्त•• 16. दो सिर वाली चिड़िया • • 17. सौदा • • 18. दुर्भाग्यशाली बुनकर 19. बैल और लालची सियार • • 20. कबूतर और बहेलिया • • 21. शेर और बैल • 22. बगुला और केकड़ा•• 23. लापरवाह कछुआ. 24. तीन मछलियां.. 25. लोमड़ी और बूढ़ा शेर•• 26. ईर्ष्यालु गधा • • 27. भेड़िया और कुत्ता•• 28. जूं और खटमल • 29. गौरैया और हाथी की लड़ाई • • 30. धूर्त सियार • • 31. शाही नौकर और व्यापारी • • 32. चूहा और तराजू•• 33. भेड़िया और सारस 34. सारस और लोमड़ी • • 35. कछुआ और खरगोश•• 36. चींटी और कबूतर • • 37. अकृतज्ञ मनुष्य.. 38. हंस और उल्लू • • 39. समझदार हंस•• 40. शेर और भेड़ • • 41. धर्मबुद्धि और पापबुद्धि.. 42. चिडिया और बंदर•• 43. इन्द्रदेव का तोता •• 44. मूर्ख सारस •• 45. चोर का बलिदान •• 46. चार दोस्त और शिकारी • • 47. समुद्र और पक्षी के अंडे • 48. चरवाहा और भेड़िया 49. दो यात्री और भालू • • 50. शेर का हिस्सा •• ●● 51. लालच बुरी बला • 52. खट्टे अंगूर•• 53. संगीतकार गधा 54. राक्षस और ब्राह्मण •• 55. ऊंट की घंटी•• 56. बाघ और यात्री •• 57. सियार ने हाथी को कैसे खाया • 58. मूर्ख गधा और शेर • • 59. बकरी और लोमड़ी•• 60. बत्तख और सोने के अंडे • • 61. ब्राह्मण और नाग • 62. अहंकारी हंस •• 63. त्याग .. 64. बूढ़ा आदमी और उसकी पत्नी 65. चुहिया की शादी•• 66. ब्राह्मण, चोर और राक्षस • • 67. ब्राह्मण का सपना•• 68. •• राजा और कुम्हार 69  नन्हा सियार• 70. चोर और बहरूपी राक्षस•• 71. पक्षियों का राजा•• 72. हाथी और खरगोश•• 73. धूर्त बिल्ला•• 74. नाग और चींटी•• 75. चूहा और हाथी • • 76. पंडित की बकरी•• 77. सोने की बीट देने वाला पक्षी • • 78. बोलने वाली गुफा •• 79. मूर्ख मेंढक•• 80. दो सांप•• 81. कौवों और उल्लुओं का युद्ध • • 82. बंदर और मगरमच्छ•• 83. शेर की खाल • 84. कुत्ते की शहर यात्रा •• 85. वफादार नेवला.. 86. मूर्ख नाई•• 87. शेर और चार बैल • • 88. अंधा गिद्ध और बिल्ली • • 89. बैल और बकरी•• 90. लालची कुत्ता•• 91. मूर्ख मेंढक और सांप • • 92. चार ब्राह्मण●● 93.राजा के बंदर • • 94. सियार और हाथी.. 95. कुत्ता और गधा •• 96. शेर बिल्ली और चूहा • • 97. बंदर और घंटी.. 98. लोमड़ी और कौवा • • 9 9. बंदर और बिल्लियां.. 100. प्यासा कौआ • • 101. शेर और चूहा • •

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My name is Sonu Patel i am from india i like write on spritual topic

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