राम गुण गायलो रे भजन lyrics
राम गुण गायलो रे भजन lyrics
(सन्त श्री कबीर जी की वाणी )
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भाग बड़ा ज्याने हरिजन मिल्या, पड़िया समन्द में सीर ॥ टेर ॥
सुगरा होय पीव लीजीयो, नाम अमोलक हीर ।
राम गुण गायलो, जब लग सुखी शरीर ॥ 1 ॥
उमर बिती जाय दिनों दिन, ज्यु अंजली रो नीर।
दौड़ बुढ़ापो आवसे, मन धरे नहीं धीर ॥ 2 ॥
हिम्मत तका भज लीजियो, देर मत करजो वीर ।
फेर नहीं हंसा आवसे, मानसरोवर के तीर ॥ 3 ॥
सब देवा रो देव रामैयो, सब पीरो रो पीर ।
कहत कबीर भज लीजिये, देर मत करजो वीर ॥ 4 ॥
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