मोड़ो घणो आयो रे सांवरिया lyrics
मोड़ो घणो आयो रे सांवरिया lyrics
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
भजन – मोड़ो घणो आयो रे सांवरिया थे मारी लाज घुमाई रे लिरिक्स
दोहा –
नर्सी केवे सावरा,
तू एक बार मड़वा आव,
थारो मारो एक नातो,
थारा भगता उपर भार ||
मोड़ो घणो आयो रे सांवरिया,
थे मारी लाज गमाई रे,
अरे लाज गमाई रे सांवरिया,
लाज गमाई रे,
मोड़ो घणो आयो रे सावरिया,
थे मारी लाज गमाई रे ||
मोड़ो घणो आयो रे सांवरिया lyrics
सब रे लोगा रे तो लाडू ने पेड़ा,
बरफी न्यारी हो,
नरशी भगत रे तो खटोड़ी राबड़ी,
नरशी भगत रे तो खटोड़ी राबड़ी,
तीन डडो री रे,
मोड़ो घणो आयो रे सावरिया,
थे मारी लाज गमाई रे ||
सब रे लोगो रे महल मलिया,
बंगला न्यारा रे,
नर्सी भगत रे तो तुटोड़ि री झुपड़ी,
नर्सी भगत रे तो तुटोड़ि री झुपड़ी,
बीच मे बरी रे,
मोड़ो घणो आयो रे सावरिया,
थे मारी लाज गमाई रे ||
मोड़ो घणो आयो रे सांवरिया lyrics
सब रे लोगा रे तो घिरत पत्राना,
तकिया न्यारा रे,
नर्सी भगत रे तो फतोड़ी रली,
नर्सी भगत रे तो फतोड़ी रली,
बीच मे तो कारी रे,
मोड़ो घणो आयो रे सावरिया,
थे मारी लाज गमाई रे ||
केवे नरशीदो सुन मारा सावरा,
अर्जी मारी रे,
बाई नेनी रो भरदे मायरो,
बाई नेनी रो भरदे मायरो,
मर्ज़ी थारी रे,
मोड़ो घणो आयो रे सावरिया,
थे मारी लाज गमाई रे ||
मोड़ो घणो आयो रे सांवरिया lyrics
मोड़ो घनो आयो रे सांवरिया,
थे मारी लाज गमाई रे,
अरे लाज गमाई रे सांवरिया,
लाज गमाई रे,
मोड़ो घणो आयो रे सावरिया,
थे मारी लाज गमाई रे |
मोड़ो घणो आयो रे सांवरिया lyrics
ज्यादा पढ़ने के लिए कृपया यहाँ नीचे समरी पर क्लिक करें 👇
(1) पेला पेला देवरे गजानंद सिमरो (2) मैं थाने सिमरु गजानंद देवा (3) सन्तो पूजो पांचोहि देवा (4) गणपत देव रे मनाता (5) मनावो साधो गवरी रो पुत्र गणेश (6) सन्तो मैं बाबा बहुरंगी (7) सन्तो अविगत लिखीयो ना जाई (8) अब मेरी सुरता भजन में लागी (9) अब हम गुरु गम आतम चीन्हा (10) काया ने सिणगार कोयलिया (11) मत कर भोली आत्मा (12) जोगीड़ा ने जादू कीन्हो रे (13) मुसाफिर मत ना भटके रे (14) गिगन में जाए खड़ी प्रश्न उत्तर वाणी (15) जिस मालिक ने सृष्टि रचाई (16) बर्तन जोये वस्तु वोरिए (17) गुरु देव कहे सुन चेला (18) संतो ज्ञान करो निर्मोही (19) मोक्स का पंथ है न्यारा (20)
गुरुजी बिना सुता ने कूण जगावे (21) केसर रल गई गारा में (22) पार ब्रह्म का पार नहीं पाया (23) आयो आयो लाभ जन्म शुभ पायो (24) इण विध हालो गुरुमुखी (25) आज रे आनंद मारे सतगुरु आया पावणा (26) मारे घरे आजा संत मिजवान (27) गुरु समान दाता जग में है नहीं (28) बलिहारी गुरुदेव आपने बलिहारी (29) गुरु बिन घोर अंधेरा (30) भोली सी दुनिया सतगरु बिन कैसे सरिया31