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मूर्ख मेंढक और सांप की कहानी

मूर्ख मेंढक और सांप की कहानी

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बूढ़ा होने के कारण एक सांप शिकार करने में असमर्थ था। वह कमजोर होने लगा। उसने मेंढकों को मूर्ख बनाने की एक चाल सोची। अगले दिन वह तालाब के पास गया और वहा स्थिल पड़ा रहा। वहां जाकर उसने किसी भी मेंढक को पकड़ने में कोई रूचि नहीं दिखाई। मूर्ख मेंढक और सांप की कहानी

कुछ देर के बाद, कुछ मेंढक सांप के पास आकर बोले, “तुम यहां इस तरह स्थिल क्यों पड़े हो? तुम मेंढकों का शिकार क्यों नहीं कर रहे?”

सांप ने कहा, मैं अब कभी मेंढकों का शिकार नहीं करूंगा। कल मैंने एक ब्राह्मण के बेटे को काट लिया था। उसने मुझे श्राप दिया की मुझे अब सारी जिंदगी मेंढकों की सेवा करनी होगी। मैं यहां सभी मेंढकों की सेवा करने आया हूं। दोस्तों, क्या तुम मेरी पीठ पर बैठकर तालाब की सैर करना चाहोगे?” मूर्ख मेंढक और सांप की कहानी

सांप की बात सुनकर सारे मेंढक अपने राजा के पास गए, और उसे सारी बात बताई। मेंढक राजा ने कुछ देर सांप को देखा फिर उसके पीठ पर सवारी करने के लिए राज़ी हो गया। सांप की सवारी करने में मेंढक राजा और बाकी सभी मेंढकों को बहुत मजा आया।

कुछ दिनों में सांप ने सभी मेंढकों का विश्वास जीत लिया। एक दिन मेंढक राजा सांप की पीठ पर सवारी कर रहा था। सांप ने ऐसा जताया जैसे वह बहुत कमज़ोर हो गया है और बोला, “राजा जी, मैंने इतने दिनों से कुछ नहीं खाया। मैं बहुत कमज़ोर महसूस कर रहा हूं।” मूर्ख मेंढक और सांप की कहानी

सांप को रोज एक मेंढक खाने की अनुमति दे दी। सांप रोज एक मेंढक खाने लगा और वह मेंढक राजा को रोज सवारी कराता। एक दिन एक नाग ने सांप से पूछा, “तुम मेंढक राजा को क्यों नहीं खाते? “

सांप ने जवाब दिया, “मैं उसका दोस्त बनने का नाटक कर रहा हूं। इस तरह बिना शिकार किए मुझे रोज एक मेंढक खाने को मिल जाता जल्द ही सांप फिर से ताकतवर हो गया और उसने सारे मेंढकों को खा लिया आखिरकार मेंढक राजा भी उसका भोजन बन गया। मूर्ख मेंढक और सांप की कहानी

नैतिक शिक्षा :-

अपने शत्रु पर कभी भरोसा न करें।

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पंचतन्त्र की कहानियाँ

1. पंचतन्त्र की रचना कैसे हुई 2. नटखट बंदर 3. सियार और ढोल 4. मूर्ख साधु 5. भेड़िया और दो भेड़ 6. कौवे और सांप 7. चालाक खरगोश। 8. नीला सियार 9. भोला ऊंट 10. शेर और बढ़ई 11. चूहा और साधु 12. लालची सियार 13. मूर्ख बंदर 14. शिक्षा का महत्त्व 15. मूर्ख दोस्त•• 16. दो सिर वाली चिड़िया • • 17. सौदा • • 18. दुर्भाग्यशाली बुनकर 19. बैल और लालची सियार • • 20. कबूतर और बहेलिया • • 21. शेर और बैल • 22. बगुला और केकड़ा•• 23. लापरवाह कछुआ. 24. तीन मछलियां.. 25. लोमड़ी और बूढ़ा शेर•• 26. ईर्ष्यालु गधा • • 27. भेड़िया और कुत्ता•• 28. जूं और खटमल • 29. गौरैया और हाथी की लड़ाई • • 30. धूर्त सियार • • 31. शाही नौकर और व्यापारी • • 32. चूहा और तराजू•• 33. भेड़िया और सारस 34. सारस और लोमड़ी • • 35. कछुआ और खरगोश•• 36. चींटी और कबूतर • • 37. अकृतज्ञ मनुष्य.. 38. हंस और उल्लू • • 39. समझदार हंस•• 40. शेर और भेड़ • • 41. धर्मबुद्धि और पापबुद्धि.. 42. चिडिया और बंदर•• 43. इन्द्रदेव का तोता •• 44. मूर्ख सारस •• 45. चोर का बलिदान •• 46. चार दोस्त और शिकारी • • 47. समुद्र और पक्षी के अंडे • 48. चरवाहा और भेड़िया 49. दो यात्री और भालू • • 50. शेर का हिस्सा •• ●● 51. लालच बुरी बला • 52. खट्टे अंगूर•• 53. संगीतकार गधा 54. राक्षस और ब्राह्मण •• 55. ऊंट की घंटी•• 56. बाघ और यात्री •• 57. सियार ने हाथी को कैसे खाया • 58. मूर्ख गधा और शेर • • 59. बकरी और लोमड़ी•• 60. बत्तख और सोने के अंडे • • 61. ब्राह्मण और नाग • 62. अहंकारी हंस •• 63. त्याग .. 64. बूढ़ा आदमी और उसकी पत्नी 65. चुहिया की शादी•• 66. ब्राह्मण, चोर और राक्षस • • 67. ब्राह्मण का सपना•• 68. •• राजा और कुम्हार 69  नन्हा सियार• 70. चोर और बहरूपी राक्षस•• 71. पक्षियों का राजा•• 72. हाथी और खरगोश•• 73. धूर्त बिल्ला•• 74. नाग और चींटी•• 75. चूहा और हाथी • • 76. पंडित की बकरी•• 77. सोने की बीट देने वाला पक्षी • • 78. बोलने वाली गुफा •• 79. मूर्ख मेंढक•• 80. दो सांप•• 81. कौवों और उल्लुओं का युद्ध • • 82. बंदर और मगरमच्छ•• 83. शेर की खाल • 84. कुत्ते की शहर यात्रा •• 85. वफादार नेवला.. 86. मूर्ख नाई•• 87. शेर और चार बैल • • 88. अंधा गिद्ध और बिल्ली • • 89. बैल और बकरी•• 90. लालची कुत्ता•• 91. मूर्ख मेंढक और सांप • • 92. चार ब्राह्मण●● 93.राजा के बंदर • • 94. सियार और हाथी.. 95. कुत्ता और गधा •• 96. शेर बिल्ली और चूहा • • 97. बंदर और घंटी.. 98. लोमड़ी और कौवा • • 9 9. बंदर और बिल्लियां.. 100. प्यासा कौआ • • 101. शेर और चूहा • •

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My name is Sonu Patel i am from india i like write on spritual topic

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